ग्रेटर नोएडा में नकली वायर का काला कारोबार बेनकाब, दुकानदार गिरफ्तार
पल्लव गुप्ता को लगातार सूचना मिल रही थी कि ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना क्षेत्र में डूंडहेड़ा रोड स्थित गब्बर मार्केट की ‘गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स’ नामक दुकान पर पॉलीकैब कंपनी के नाम से नकली तार बेचे जा रहे हैं।

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में नामी कंपनी पॉलीकैब के नकली बिजली के तार बेचने के मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने छापेमारी कर एक इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार को गिरफ्तार किया है। आरोपी की दुकान से पॉलीकैब ब्रांड के संदिग्ध 58 बंडल बरामद हुए हैं। पूरे मामले में कॉपीराइट एक्ट के तहत थाना जेवर में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
डूंडहेड़ा रोड की गब्बर मार्केट से उठा मामला
सूत्रों के अनुसार, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में पॉलीकैब के नकली वायर सप्लाई होने की शिकायतें सामने आ रही थीं। इसी कड़ी में रोहिणी (दिल्ली) निवासी पल्लव गुप्ता ने पुलिस से शिकायत की। पल्लव गुप्ता एबीएलएस माइंड कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड में मैनेजर हैं और पॉलिसी इंडिया लिमिटेड कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहे हैं। पल्लव गुप्ता को लगातार सूचना मिल रही थी कि ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना क्षेत्र में डूंडहेड़ा रोड स्थित गब्बर मार्केट की ‘गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स’ नामक दुकान पर पॉलीकैब कंपनी के नाम से नकली तार बेचे जा रहे हैं।
पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई
सूचना पुख्ता होने पर पल्लव गुप्ता अपनी टीम के साथ ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना पहुंचे और थाना प्रभारी को पूरे मामले से अवगत कराया। पुलिस टीम के साथ संयुक्त छापेमारी के लिए गब्बर मार्केट स्थित गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स पर पहुंचे। दुकान पर मौजूद मालिक हर्ष भाटी से परिचय देने के बाद टीम ने स्टॉक की जांच शुरू की। जांच के दौरान पॉलीकैब कंपनी के नाम से रखे गए बिजली के तारों पर कई गंभीर गड़बड़ियां सामने आईं।
पीएलसी नंबर और कोडिंग से खुली पोल
जांच टीम के अनुसार, जिन बंडलों को जब्त किया गया, उन पर एक ही पीएलसी नंबर अंकित था, जबकि असली पॉलीकैब वायर के हर बंडल पर अलग–अलग पीएलसी नंबर होता है। इसके अलावा बॉक्स पर दिए गए कलर कोड और मैन्युफैक्चरिंग कोड भी कंपनी के मानकों से मेल नहीं खाते पाए गए। संदेह गहराने पर टीम ने बरामद बंडलों को एप ‘प्रोडक्ट सिक्योर’ के जरिए वेरीफाई किया, लेकिन बॉक्स की डीटेल्स सिस्टम में वैध प्रोडक्ट के रूप में मैच नहीं हुईं। इससे साफ हो गया कि ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में नकली पॉलीकैब वायर की सप्लाई हो रही थी।
कॉपीराइट एक्ट में केस
जांच के बाद दुकान में रखे नकली तारों के कुल 58 बंडल जब्त कर लिए गए। आरोपी दुकानदार हर्ष भाटी के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ग्रेटर नोएडा और आसपास के इलाकों में नकली वायर की ये खेप कहां–कहां सप्लाई की गई और इसके पीछे पूरा नेटवर्क कौन चला रहा था। Greater Noida News
Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में नामी कंपनी पॉलीकैब के नकली बिजली के तार बेचने के मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने छापेमारी कर एक इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार को गिरफ्तार किया है। आरोपी की दुकान से पॉलीकैब ब्रांड के संदिग्ध 58 बंडल बरामद हुए हैं। पूरे मामले में कॉपीराइट एक्ट के तहत थाना जेवर में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
डूंडहेड़ा रोड की गब्बर मार्केट से उठा मामला
सूत्रों के अनुसार, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में पॉलीकैब के नकली वायर सप्लाई होने की शिकायतें सामने आ रही थीं। इसी कड़ी में रोहिणी (दिल्ली) निवासी पल्लव गुप्ता ने पुलिस से शिकायत की। पल्लव गुप्ता एबीएलएस माइंड कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड में मैनेजर हैं और पॉलिसी इंडिया लिमिटेड कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहे हैं। पल्लव गुप्ता को लगातार सूचना मिल रही थी कि ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना क्षेत्र में डूंडहेड़ा रोड स्थित गब्बर मार्केट की ‘गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स’ नामक दुकान पर पॉलीकैब कंपनी के नाम से नकली तार बेचे जा रहे हैं।
पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई
सूचना पुख्ता होने पर पल्लव गुप्ता अपनी टीम के साथ ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना पहुंचे और थाना प्रभारी को पूरे मामले से अवगत कराया। पुलिस टीम के साथ संयुक्त छापेमारी के लिए गब्बर मार्केट स्थित गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स पर पहुंचे। दुकान पर मौजूद मालिक हर्ष भाटी से परिचय देने के बाद टीम ने स्टॉक की जांच शुरू की। जांच के दौरान पॉलीकैब कंपनी के नाम से रखे गए बिजली के तारों पर कई गंभीर गड़बड़ियां सामने आईं।
पीएलसी नंबर और कोडिंग से खुली पोल
जांच टीम के अनुसार, जिन बंडलों को जब्त किया गया, उन पर एक ही पीएलसी नंबर अंकित था, जबकि असली पॉलीकैब वायर के हर बंडल पर अलग–अलग पीएलसी नंबर होता है। इसके अलावा बॉक्स पर दिए गए कलर कोड और मैन्युफैक्चरिंग कोड भी कंपनी के मानकों से मेल नहीं खाते पाए गए। संदेह गहराने पर टीम ने बरामद बंडलों को एप ‘प्रोडक्ट सिक्योर’ के जरिए वेरीफाई किया, लेकिन बॉक्स की डीटेल्स सिस्टम में वैध प्रोडक्ट के रूप में मैच नहीं हुईं। इससे साफ हो गया कि ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में नकली पॉलीकैब वायर की सप्लाई हो रही थी।
कॉपीराइट एक्ट में केस
जांच के बाद दुकान में रखे नकली तारों के कुल 58 बंडल जब्त कर लिए गए। आरोपी दुकानदार हर्ष भाटी के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ग्रेटर नोएडा और आसपास के इलाकों में नकली वायर की ये खेप कहां–कहां सप्लाई की गई और इसके पीछे पूरा नेटवर्क कौन चला रहा था। Greater Noida News












